Rig Veda quotations
- हम सब परस्पर सज्जनता का व्यवहार करें। सज्जनों का व्यवहार, उदारता, सहायता एवं स्नेहपूर्ण होता है। – Rig veda ऋग्वेद
- क्रोध को नम्रता से शांत करो। क्रोधी एक प्रकार का रोगी है । उस पर बिगड़ो नहीं दया करो। – Rig veda ऋग्वेद
- जो आकांक्षा करता है उसे प्राप्त होता है। तीव्र इच्छाशक्ति के बिना महत्त्वपूर्ण वस्तु प्राप्त नहीं होती। – Rig veda ऋग्वेद
- वह कार्य करो जिससे दूसरों को कष्ट न हो। उन कर्मों को न करो जिनसे दूसरे दु:ख पावें । – Rig veda ऋग्वेद